Friday, May 20, 2022
बिहार में भ्रष्टाचार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। खबर बेतिया की है, जहां अनुमंडल के चनपटिया प्रखंड परिसर में अर्धनिर्मित मनरेगा भवन के संवेदक सरकारी राशि गोलमाल करने में फंस गए हैं। इस मामले को लेकर मनरेगा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कृष्णकांत कुमार ने जानकारी दी है कि पंचायत सेवक सह संवेदक रामचंद्र काजी से गबन की 8.5 लाख की सरकारी राशि वसूली जाएगी। बता दें, इस मामले की जांच को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कृष्णकांत कुमार और कार्यपालक अभियंता सुरेश चौधरी चनपटिया पहुंचे थे। मामला वित्तीय वर्ष 2013-14 में मनरेगा भवन के निर्माण से जुड़ा है। उक्त वित्तीय वर्ष में प्रखंड परिसर में 37.15 लाख रुपये की लागत से मनरेगा भवन का निर्माण शुरू हुआ। लगभग नौ साल बाद भी यह बनकर तैयार नहीं हुआ। इधर विभाग से उक्त भवन को पूरा करने की योजना बनी, तब गबन का मामला सामने आया। बताया जा रहा है कि तत्कालीन बीडीओ से आदेश लेकर संवेदक बने पंचायत सेवक ने 8.5 लाख रुपए की निकासी कर ली, लेकिन काम नही कराया गया। मनरेगा के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी शील भूषण ने बताया कि संचिका के अवलोकन के दौरान गबन उजागर हुआ। कार्यक्रम पदाधिकारी के अनुसार पंचायत सेवक सह संवेदक ने छत की ढ़लाई के लिए दिसम्बर 2017 में प्रखंड कार्यालय से अग्रिम 5.5 लाख की राशि का उठाव किया था। मामला उजागर होने के बाद उन्होंने इसकी जानकारी विभाग के वरीय अधिकारियों को दी गई है।
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